■ लाखांदुर, (सं). सुबह के दौरान गांव से नजदीकी जंगल में पाए गए बाघ का वनविभाग के अधिकारी कर्मी एवं रैपिड रेस्क्यू टीम के संयुक्त पहल में कुल 6 घंटों बाद रेस्क्यू किया गया है. उक्त कार्रवाई 8 जनवरी को दोपहर 12:15 बजे के दौरान तहसील के तई (बू) के जंगल में की गई है. हालांकि रेस्क्यू किए गए बाघ की 2 वर्ष आयु बताई गई है. प्राप्त जानकारी के अनुसार भंडारा टाइगर 10 नामक बाघ पिछले कुछ महीनों से तहसील के लाखनी, अड्याल एवं लाखांदुर तहसील के विभिन्न जंगल परिसर में अनियमित रूप से देखा गया था. जबकि पिछले कुछ दिनों पूर्व उक्त बाघ तहसील के हरदौली गांव से नजदीकी जंगल में भी देखा गया था. हालांकि गांव से नजदीकी जंगल में पाए गए इस बाघ से नागरिकों में दहशत देखी जा रही थी. इस बीच 8 जनवरी को सुबह 6 बजे के दौरान तहसील के तई (बू) गांव से नजदीकी जंगल में उक्त बाघ देखा गया. इस घटना की जानकारी स्थानीय ग्रामीणों सहित परिसर के नागरिकों को मिलते ही बाघ के दर्शन के लिए नागरिकों ने भीड़ की थी. जबकि इस घटना की जानकारी लाखांदुर वनविभाग सहित जिले के वनविभाग को होते ही जिले के उपवन संरक्षक राहुल गंवई, सहायक वन संरक्षक सचिन नीलख, संजय मेंढे, लाखांदुर के वन परिक्षेत्र अधिकारी प्रदीप चन्ने, साकोली के वन परिक्षेत्र अधिकारी सचिन कटरे, अड्याल के वन परिक्षेत्र अधिकारी अहेर, दिघोरी/मो. के क्षेत्र सहायक क्षेत्र सहायक इर्शाद सैयद सहित अन्य वन अधिकारी एवं कर्मी तुरंत घटनास्थल पहुंचे.