मुंबई : महाराष्ट्र में बीजेपी के ऑपरेशन लोटस के बाद अब डिप्टी सीएम अजीत पवार ने ‘ऑपरेशन घड़ी’ के तहत अपने चाचा शरद पवार की पार्टी में एक बार फिर सेंध लगाने की कोशिश की है. सूत्रों के मुताबिक अजीत की तरफ से उनके सांसद सुनील तटकरे ने बड़े पवार के 7 सांसदों को तोड़ने का बड़ा गेम खेला लेकिन इसमें वे सफल नहीं हुए. ऐसा दावा किया जा रहा है कि तटकरे ने कथित रूप से पवार गुट के सांसदों से कहा कि वे पिता-पुत्री को छोड़कर उनकी पार्टी में शामिल हो जाएं. पवार गुट के सांसद अमर काले ने एक बड़ा दावा करते हुए कहा कि हमारी पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने वाली सोनिया दुहन हमारे संपर्क में थीं. उन्होंने जोर देकर कहा कि अगर आप विकास का काम करना चाहते हैं तो आपके पास एनडीए में शामिल होने के अलावा कोई विकल्प नहीं है. इसलिए हम सभी को अजीत पवार की पार्टी में शामिल होने का ऑफर दिया गया. मेरे अलावा निलेश लंके, धैर्यशील मोहिते पाटिल, बजरंग सोनवणे समेत अन्य सांसदों से भी संपर्क किया गया था. काले ने कहा कि हम लोगों ने इसकी शिकायत शरद पवार और सुप्रिया सुले से की है.