भंडारा : जिले के तुमसर रेंज में बाधिन को मारने के पश्चात पांच टुकड़े कर फेंकने के मामले में वन विभाग और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में 24 घंटे के भीतर पचारा गांव से तीन आरोपियों को अरेस्ट किया गया है. पुलिस अधीक्षक नूरुल हसन के निर्देश पर उपविभागीय पुलिस अधिकारी पी. बी. गोफणे और तुमसर के थाना प्रभारी इन्स्पेक्टर मिलींद तायडे की टीम पचारा गांव पहुंची. वन विभाग के स्निफर डॉग टीम की मदद से संयुक्त छानबीन में आरोपी राजू पिरतराम वरकड़े के घर से शिकार में उपयोग किए गए वन्यजीव शिकार से संबंधित कई सबूत मिले, जिनमें जले हुए तार, मृत कुत्ता, वाधिन के बाल और जली हुई घास शामिल थे. वरकड़े के घर से बाधिन के शव को काटने में इस्तेमाल किए गए हथियार बरामद हुए, आरोपी ने पहले जानकारी देने में आनाकानी की, लेकिन पुलिस और वन विभाग की टीम द्वारा विश्वास में लेने पर उसने बाधिन शिकार की बात कबूल की. ज्ञात हो की सोमवार, 6 जनवरी को झंझेरिया कक्ष क्रमांक 74B (राखीव वन)में नियमित गश्त के दौरान वनरक्षक के. ए. मांढरे को स्थानीय निवासियों से तीन पुलिया तालाब के पास बाधिन के शव के अवशेष कई हिस्सों में होने की जानकारी मिली. मौके पर जाकर देखा गया तो बाधिन का शव पांच टुकड़ों में कटा हुआ पाया गया. शुरुआती जांच में पता चला कि आरोपियों ने बाधिन का शिकार करने के बाद उसके शव को हथियारों से काटकर जंगल में फेंक दिया था. पूछताछ में वरकडे ने कबूल किया कि उसने अपने दो साथियों, राजेंद्र महादेव कुंजाम और दुर्गेश रतिराम लसुते के साथ मिलकर यह अपराध किया. यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक नूरुल हसन, उपवनसंरक्षक राहुल गवई, और उपविभागीय पुलिस अधिकारी पी. बी. गोफणे के मार्गदर्शन में की गई. इसमें निरीक्षक मिलींद तायडे, हवलदार जयसिंग लिल्हारे, डिंगम्बर पिपरेवार और वन विभाग के रेंजर रहांगडाले व उनकी टीम ने सहयोग किया.