दिल्ली : कोंग्रेस और इंडिया गठबंधन के कई दल लंबे समय से इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन, ईवीएम, की निष्पक्षता पर सवाल उठाते रहे हैं. लेकिन अब इंडिया गठबंधन के ही दो प्रमुख दलों नेशनल कांफ्रेंस और एनसीपी शरद पवार ने जिस तरह से ईवीएम के समर्थन में बयान दिया है. उससे भाजपा नेतृत्व काफी खुश है. उसके रणनीतिकारों का कहना है कि इन दलों के सामने आने के बाद कांग्रेस को अब पहले इन दलों से ही बात करनी चाहिए. उसके बाद ईवीएम पर सवाल उठाने चाहिए, हाल ही में जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेस नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा था कि ईवीएम पर सवाल नहीं उठाने चाहिए, किसी भी दल को चाहिए कि वह अपना संगठन मजबूत करे. अपनी चुनावी रणनीति को बेहतर बनाए, उसके सहारे चुनाव जीतने का कार्य करे. चुनाव परिणाम आने के बाद ईवीएम को कठघरा में खड़ा करना उचित नहीं है. इस तरह की बयानवाजी से बचना चाहिए, उमर अब्दुल्ला के बयान के बाद भाजपा ने कांग्रेस पर हमला किया था. उमर अब्दुल्ला के बाद अब एनसीपी शरद पवर की नेता और बारामती से सांसद सुप्रिया सुले ने ईवीएम पर सवाल उठाने को गलत करार दिया है. उन्होंने कहा कि वह स्वयं चार बार ईवीएम से चुनाव जीत चुकी हैं