8 महीने में 15,457 नई वाहनों की पंजीकरण, वाहनों के लिए आकर्षक नंबरों की बढ़ी मांग
भंडारा : प्रादेशिक परिवहन कार्यालय (आरटीओ) ने जिले में अप्रैल से नवंबर के बीच 8 महीनों में 15,457 नई वाहनों के कर से कुल 27 करोड़ 5 लाख 55 हजार 227 रुपये का राजस्व प्राप्त किया है. परिवहन विभाग का जिला कार्यालय भंडारा शहर में स्थित है और इस विभाग के तहत जिले के सात तहसील में खरीदी गई नई वाहनों का पंजीकरण किया जाता है. आरटीओ कार्यालय में विभिन्न कार्यों के माध्यम से लाखों रुपये का राजस्व जमा होता है, जिसमें वाहन लाइसेंस, वाहन पंजीकरण, पासिंग आदि शामिल हैं. हालांकि, इस राजस्व का मुख्य स्रोत नए वाहनों से प्राप्त कर है. अन्य शुल्कों से प्राप्त राजस्व इसमें और वृद्धि करेगा.सार्वजनिक परिवहन सेवाएं उपलब्ध होने के बावजूद, हाल के वर्षों में नागरिकों में दोपहिया और चौपहिया (कार) खरीदने का रुझान बढ़ा है. इसके चलते साधारण दोपहिया वाहन की कीमत लाखों में जा पहुंची है. फिर भी खरीददारों की संख्या में कमी नहीं आयी है. इसके साथ ही लोगों की क्रय शक्ति में भी वृद्धि हुई है, जिसके कारण वाहनों की संख्या बढ़ने से परिवहन विभाग की आय में वृद्धि हुई है. 8 महीनों में लोगों ने 11,522 दोपहिया, 3,399 चौपहिया, 596 अन्य वाहन और 689 इलेट्रिक वाहनों का पंजीकरण कराया है. इसमें से 14,768 वाहन ईंधन पर चलने वाले हैं. दोनों प्रकार के वाहनों को मिलाकर 15,457 वाहनों का पंजीकरण इस अवधि में हुआ. दोपहिया और चौपहिया वाहनों के कर से 27 करोड़ 5 लाख 55 हजार 227 रुपये का राजस्व प्रादेशिक परिवहन विभाग को प्राप्त हुआ है. साल दर साल वाहनों की संख्या में वृद्धि से राजस्व में भी इजाफा हो रहा है. इस वित्तीय वर्ष के अंत तक राजस्व में रिकॉर्ड वृद्धि हो सकती है. आरटीओ कार्यालय में वाहन संबंधित सभी कार्यों के लिए ऑनलाइन आवेदन और शुल्क भुगतान की प्रक्रिया लागू की गई है, जिससे ऑनलाइन माध्यम से शुल्क भरने के लिए लोगों का रुझान बढ़ा है. अप्रैल से नवंबर के बीच नए वाहन पंजीकरण और अन्य वाहन संबंधित कार्यों के लिए कार्यालय में 27 करोड़ 5 लाख 55 हजार 227 रुपये का शुल्क भरा गया है. विशेष रूप से दोपहिया और चारपहिया वाहनों के आकर्षक पंजीकरण नंबरों के लिए बड़ी मांग होती है. इस कारण आरटीओ इन नंबरों को रिजर्व करके सबसे बड़ी बोली लगाने वाले को दिया जाता है. 1 अप्रैल से 31 नवंबर तक इस प्रक्रिया से आरटीओ विभाग को 17 लाख 28 हजार 500 रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है. 689 इलेक्ट्रक वाहनों की खरीदी गुड़ी पड़वा, दशहरा, नवरात्रि और दिवाली के अवसर पर बड़े पैमाने पर वाहन खरीदे जाते हैं. ईंधन की बढ़ती कीमतों के कारण इलेट्रिक वाहनों की ओर नागरिकों का रुझान बढ़ा है. हालांकि, वास्तविकता में ईंधन से चलने वाले वाहनों की खरीदी अधिक हुई है. कुल 15,457 वाहनों में से 14,768 वाहन ईंधन से चलने वाले। जबकि 689 इलेक्ट्रक वाहन शामिल खास बात यह है कि प्रदूषण कम कर और पेट्रोल-डीजल पर निर्भरता घटाने लिए सरकार इलेक्ट्रक वाहनों को प्रोत्साहित कर रह एन