शाह को मंत्रिमंडल से हटाएं, देश से माफी मांगें
नागपुर : कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को मंत्रिमंडल से हटाने और देश से माफी मांगने की मांग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से की है। कहा गया है संविधान व डॉ. बाबासाहब आंबेडकर को लेकर प्रधानमंत्री चुप हैं। संविधान व बाबासाहब के अपमान के विरोध में जनता व छात्र सड़कों पर उत्तरने का विवश हैं।
अध्यक्ष की खास बातें
सोमवार का पत्रकार वार्ता में एनएसयूआई के अध्यक्ष वरुण चौधरी ने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री शाह ने बाबासाहब को लेकर संसद में अपमानजनक बात कही है। इससे देश की छवि का नुकसान हो रहा है।
संविधान पर छिपे तौर से हमला किया जा रहा है। देश से एससी एसटी, ओबीसी आदि वर्गों के आरक्षण को खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है।
वर्ष 2014 में 14 लाख सरकारी नौकरियां थीं, जो आज घट कर 8.50 लाख रह गई हैं। कांटेक्ट बेस पर निजीकरण किया जा रहा है, ताकि आरक्षण नहीं देना पड़े।
देश में 45 विश्वविद्यालयों में केवल 1300 एससी, एसटी, ओबीसी प्रोफेसर हैं, जो मात्र 10 प्रतिशत हैं। वर्ष 2018 से 2023 तक आईआईटी संस्थानों में 13000 एससी, एसटी के विद्यार्थी कम हुए हैं।
अपने अधिकारों के लिए आंदोलन करने वालों पर अब अर्बन नक्सल का आरोप लगाकर डराने और दबाव बनाने का कार्य किया जा रहा है, लेकिन युवा व छात्र वर्ग इससे डरने वाले नहीं हैं।