गोंदिया : विमानों की लैंडिंग व टेक ऑफ करने के लिए इंस्ट्रुमेंट लैंडिंग सिस्टम (आईएलएस) हवाई अड्डे पर स्थापित किया जा रहा है। इससे दिन के साथ ही रात्रि के समय भी हवाई अड्डे पर विमानों की लैंडिंग हो सकती है। गोंदिया के बिरसी हवाई अड्डे पर पहले यह सुविधा उपलब्ध थी। लेकिन कोरोना काल में इस सिस्टम को यहां से हटाकर मैंगलोर के विमानतल पर लगाया गया। जिसके कारण बिरसी हवाई अड्डे पर विमानों की नाइट लैंडिंग में बाधा निर्माण हो गई। अब यह सिस्टम फिर से लगभग 6 करोड़ रुपए की लागत से गोंदिया के बिरसी हवाई अड्डे पर पहले की तरह लगा दिया गया है। अब डीजीसीए की टीम आकर यहां निरीक्षण करेगी और उसकी मंजूरी के बाद यहां से नाइट लैंडिंग फिर शुरू हो जाएगी। बिरसी हवाई अड्डे के एयरपोर्ट डायरेक्टर शफीक शाह ने बताया कि यह सिस्टम रशिया से लाकर यहां लगाया गया है और अब इसका काम पूरा हो चुका है। अब डीजीसीए की एक टीम यहां आकर इसका निरीक्षण करेगी और टेस्टिंग सर्टिफिकेशन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद से यहां पर विमानों की रात्रि के समय भी आवाजाही शुरू हो जाएगी। यह सिस्टम लगने के बाद दृश्यता कम होने के बावजूद हवाई अड्डे से विमानों की आवाजाही शुरू रह सकती है। गोंदिया के बिरसी में अंतरराष्ट्रीय स्तर का विमानलत है। वर्तमान में यहां से गोंदिया, हैदराबाद, तिरूपति विमान सेवा चल रही है। लेकिन आयएलएस प्रणाली नहीं होने के कारण बिरसी हवाई अड्डे पर नाइट लैंडिंग नहीं हो पाती थी।