गड़चिरोली : परभणी में भारतीय संविधान की प्रतिकृति की विडंबना करने वाले समाजकंटक और आंबेडकरी आंदोलक सोमनाथ सूर्यवंशी नामक युवक की मृत्यु के जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई करें, इन मांगों को लेकर सोमवार को गड़चिरोली के सर्वदलीय पदाधिकारियों ने जिलाधीश कार्यालय पर दस्तक दी. वहीं जिलाधीश संजय दैने के माध्यम से राज्यपाल और मुख्यमंत्री को ज्ञापन भिजवाया गया है. इस समय जिले में नाबालिग आदिवासी बालिका पर हुए अत्याचार मामले के आरोपी को कड़ी सजा देने की मांग की गई. सर्वदलीय पदाधिकारियों ने कहा कि, 10 दिसंबर को परभणी में भारतीय संविधान के प्रतिकृति की विडंबना की गई. ऐसा करना देशद्रोही कृत्य है. संपूर्ण देश में इसका निषेध किया जा रहा है. वहीं संबंधित व्यक्ति के खिलाफ देशद्रोह कानून के तहत कड़ी कार्रवाई करने, वहीं इस मामले में की सीबीआई जांच कर मास्टर माइंड को पकड़कर उसके खिलाफ कार्रवाई करने, परभणी मामले में आंदोलन करने वाले सोमनाथ सूर्यवंशी नामक युवक की न्यायालयीन हिरासत के दौरान मृत्यु हुई है. उसके मृत्यु को जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई कर आंदोलनकर्ताओं के खिलाफ दर्ज किये गये मामले में पीछे लेकर आंदोलनकर्ताओं को रिहा करने की मांग की गई. साथ ही गड़चिरोली जिले के एक तहसील में नाबालिग आदिवासी बालिका पर दूराचार करने वाले आरोपी को कड़ी सजा देकर पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपयों की वित्तीय सहायता देने की मांग की गई है. इस समय शिष्टमंडल में अखिल भारतीय रिपब्लिकन पार्टी के केंद्रीय उपाध्यक्ष रोहिदास राऊत, कांग्रेस के शहराध्यक्ष सतीश विधाते, बिआरएसपी के जिलाप्रमुख मिलिंद बांबोले, कम्युनिष्ट पार्टी के रोहिदास फुलझेले, नारायणसिंग यान उईके समिति की कुसुम अलाम, संविधान फाउंडेशन के गौतम मेश्राम, जयश्री येरमे, रिपब्लिकन पार्टी के प्रदीप भैसारे, प्रल्हाद रायपुरे, अशोक खोब्रागडे, पुण्यवान सोरते, सुनिता उसेंडी समेत विभिन्न राजनितिक और सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित थे.
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