दरवाजा, खिड़कियां ले गए चोर
भंडारा: के पास चकारा कॉलोनी कभी पूरे पवनी तहसील में प्रसिद्ध थीं, लेकिन अब यहां तीन दफ्तरों को छोड़कर बाकी इमारतें पूरी तरह से नष्ट हो चुकी हैं. चोरों ने कॉलोनी के दोनों तरफ प्रवेश द्वार पर लगे मुख्य लोहे के गेट को भी नहीं छोड़ा. फिलहाल यह इलाका चोरों के निशाने पर हैं. मनचले और आवारा लोगों की अवैध गतिविधियां भी देखी जाती है. चकारा कॉलोनी के एक खाली क्वार्टर का लोहे का दरवाजा, दरवाजे, खिड़कियां चोरी हो गए हैं और केवल सीमेंट दावादर बचाया ये लाखों की दौलत धूल खा रही है. इस पर निगरानी रखने के लिए सरकार ने अब तक कितने रुपये खर्च किए हैं, इस पर भी विचार होना अपेक्षित है. मनचले और आवारा लड़के इन इमारतों में जाकर अवैध काम कर रहे हैं. वर्तमान में इसके तीन कार्यालय और दो गोदाम हैं. विदर्भ सिंचाई विकास निगम, उपमंडल अभियंता गोसीखुर्द बायीं नहर उपमंडल क्रमांक एक, क्रमांक दो और क्रमांक चार के तीन कार्यालय हैं. मुख्य लोहे का गेट चोरी हो गया, जबकि कर्मचारी व अधिकारी नियमित रूप से यहां आते रहते थे. लेकिन यह कोई नहीं जानता कि इसे किसने, कैसे और कब चुरा लिया है?
रखवाला कौन है?
यह कुछ साल पहले की बात है. कॉलोनी की इमारतों में तेंदुए के शावक पाए गए थे. सरकार और प्रशासन को इस पर ध्यान देने की जरूरत है. लाखों रुपये की सरकारी संपत्ति का रखवाला कौन है? इसे लेकर सरकार गंभीर नहीं है. जाहिर है कि जिस संपत्ति का कोई रखवाला नहीं होता. वह अक्सर बंदरबांट कर दी जाती है. शायद इस सरकारी संपत्ति का यही हो रहा है.