‘नन्हें फरिश्ते’ ने लापता बच्चे का बचाया
चंद्रपुर : एक दिल छूने वाली त्वरित कार्रवाई और सहानुभूति का प्रदर्शन करते हुए, केंद्रीय रेलवे के रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने 10 दिसंबर को कर्नाटका सम्पर्क क्रांति एक्सप्रेस में अकेले पाए गए 13 वर्षीय बच्चे को सफलतापूर्वक बचाया. यह घटना बल्लारशाह के आरपीएफ दल द्वारा नियमित गश्त के दौरान हुई, जिसमें मुख्य कांस्टेबल बीआर अंबोरे का मार्गदर्शन था. बच्चे को बी-2 कोच में शौचालय के पास अकेला देखा गया और वह बिना किसी संरक्षक के था. बच्चे ने शुरुआत में कहा कि वह अपनी मां के साथ यात्रा कर रहा था. लेकिन आरपीएफ टीम ने कुछ संदिग्ध महसूस करते हुए ट्रेन की पूरी जांच की. किन्तु बच्चे के परिवार का कोई पता नहीं चला. बच्चे को सुरक्षित रूप से बल्लारशाह स्टेशन लाया गया, जहां उसने अपना नाम इवनवाज इकबाल खान बताया और उसने बताया कि वह विक्रोली, मुंबई के कन्नामवार नगर का निवासी है. उसने बताया कि वह अपनी मां के साथ नागपुर आया था, लेकिन वह उनसे दुर्घटनावश अलग हो गया था. उसके पास किसी भी संपर्क विवरण की जानकारी नहीं थी, और उसने बताया कि वह विकास हाई स्कूल में सातवीं कक्षा का छात्र है. उसकी स्वास्थ्य जांच के लिए आरपीएफ ने उसे बल्लारपूर सरकारी अस्पताल में भेजा. उसके बाद, बच्चे को बल्लारशाह में चाइल्डलाइन टीम के हवाले कर दिया गया, जो उसके परिवार से संपर्क करके उसे पुनः मिलाएगी. मध्य रेलवे का ‘नन्हे फरिश्ते’ अभियान रेलवे नेटवर्क पर यात्रा करने वाले बच्चों की सुरक्षा और सहायता के लिए है। इस सफल बचाव ने आरपीएफ और केंद्रीय रेलवे की यात्रियों की सुरक्षा और कल्याण के प्रति प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया है. मध्य रेलवे यात्रियों, विशेष रूप से बच्चों की सुरक्षा के लिए अपनी प्रोत्साहक पहलों और त्वरित प्रतिक्रिया प्रणालियों के प्रति प्रतिबद्ध रहेगा.