प्रेम में फंसाकर 90 नाबालिग लड़कियों का किया अपहरण
गोंदिया : 18 साल से कम उम्र के लड़के-लड़कियां प्यार के साथ-साथ गलत दोस्तों की संगत, किशोर प्रेम और लत की वजह से घर छोड़ रहे हैं. 18 साल से कम उम्र के लड़के या लड़की के लापता होने पर पुलिस अपहरण का मामला दर्ज कर तलाश करती है. ‘ऑपरेशन मुस्कान’ के माध्यम से कई अपहरण और लापता बच्चों का पता लगाया गया. अभी भी कई बच्चे लापता हैं. जो लड़कियां प्यार में अपने माता-पिता से दूर भागती हैं, उन्हें बाद में भगवान भरोसे छोड़ दिया जाता है. बच्चों से लेकर बड़ों तक हर कोई अब मोबाइल का दीवाना हो गया है. मोबाइल ने बच्चों की उम्मीदें पूरी कर दी. मानो हर किसी को मोबाइल की लत लग गई है. इससे आंखों की ज्योति कम हो रही है. अब छोटे बच्चों को भी चश्मा पहनने का समय आ गया है. माता-पिता को बच्चों को रोष में मोबाइल का ज्यादा इस्तेमाल नहीं करना ऐसा कहते ही नाबालिग घर छोड़ कर बाहर चले जाते है. समय रहते इस स्थिति को बदलने की जरूरत है. फिल्म इंडस्ट्री के कलाकारों की तरह मशहूर होने की चाहत रखने वाले लड़के-लड़कियां मुंबई के दीवाने हैं. कई लड़के-लड़कियां जो फिल्मों के डांस गाने सुनने और दिखाने के लिए मुंबई की राह पकड़ते है. कई लडकों-लड़कियों को रेलवे स्टेशन पर पकड़ा गया. जिला पुलिस ने भी ‘ऑपरेशन मुस्कान’ अभियान के तहत अक्सर रेलवे स्टेशन और बस स्टेशन से घर से बाहर निकले लड़के-लड़कियों को पकड़कर उनके माता-पिता को सौंप दिया. दिसंबर माह में ऑपरेशन मुस्कान-13 चलाया जा रहा है. वे इस महीने के दौरान अपहरण हुए बच्चों की तलाश कर रहे हैं.