गोंदिया, ब्यूरो. इन दिनों सभी मोबाइल कंपनियों के नेटवर्क की समस्या से उपभोक्ता परेशान हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में कंपनियों के नेटवर्क की समस्या का और भी बुरा हाल है, उपभोक्ता परेशान हैं. क्षेत्र में सभी कंपनियों द्वारा जहां एक तरफ उपभोक्ताओं को आकर्षित करने के लिए लुभावने ऑफर दिए जा रहे हैं वहीं दूसरी तरफ सभी कंपनियों के मोबाइल नेटवर्क ध्वस्त होने से उपभोक्ता अपने आपको ठगा महसूस कर रहे हैं. इंटरनेट मीडिया के तेजी से बढ़ते चलन से हर किसी की सूचनाओं सहित अन्य आदान-प्रदान का मुख्य केंद्र का इंटरनेट मीडिया बन चुका है. ऐसे में नेटवर्क की समस्या से लोगों को बहुत जूझना पड़ रहा है. साथ ही स्थानीय क्षेत्र के एक-दूसरे से संपर्क करने के लिए भी नेटवर्क की समस्या से जूझना पड़ रहा है. आज कल मोबाइल नेटवर्क इतना खराब हो गया है की बात करते-करते लाइन कट हो जाती है या फिर कहीं और जुड़ जाता हैं. ऐसे में नेटवर्क को लेकर लोगों में काफी हद तक समस्या का विषय बना हुआ है. सबसे ज्यादा परेशानी घर में ऑनलाइन क्लास ले रहे स्कूल के छात्रों तथा अध्यापकों को हो रही है. वे सही तरीके से कॉन्फ्रेंस में बच्चों को पढ़ा नही पा रहे है. कॉल ड्रॉप भी बढ़ गई है. मोबाईल सेवा अब लोगों की जरुरत बन गई है. हर हाथ में मोबाईल नजर आता है. बगैर मोबाईल के कार्यों में परेशानी उठानी पड़ती है. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी डिजिटल इंडिया, कैसलेस व मोबाईल बैंकिंग को बढ़ावा दे रहे हैं. मगर मोबाईल कंपनियों की मनमानी से मानों मील का पत्थर साबित होता प्रतीत हो रहा है. मोबाईल कंपनियों की मनमानी से उपभोक्ताओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.