इंजरी के बाद भी शूटिंग करती रहीं नोरा फतेही
फिल्म में मेरे लिए सबसे ज्यादा मुश्किल तेलुगु में बात करना था। फिल्म के डायरेक्टर ने मेरे किरदार और भाषा पर बहुत मेहनत की। पहले दिन का शूट वरुण के साथ था। डायलॉग इतने लंबे थे कि मैं रात भर सो नहीं सकी। रात भर यह सोचकर परेशान थी कि इतने लंबे डायलॉग्स कैसे बोल पाऊंगी। मुझे लग रहा था कि पागल हो जाऊंगी। जब सेट पर पहुंची तो वरुण ने मुझे बहुत ही सहज फील कराया। थोड़ी बहुत उन्होंने मदद जरूर की थी। मैंने इस फिल्म के लिए बहुत मेहनत की है। फिल्म में मेरे किरदार की एंट्री एक सॉन्ग से होती है। उस सॉन्ग की शूटिंग के दौरान इंजरी हो गई थी, लेकिन फिल्म की शूटिंग पांच दिन में खत्म करनी थी। इसलिए मैंने दर्द की परवाह किए बगैर फिल्म के गाने की शूटिंग की। उसके बाद मैंने एक महीने तक किसी भी फिल्म की शूटिंग नहीं की थी। एक एक्टर के रूप में काम करना मेरे लिए इस फिल्म में एक अलग जर्नी रही है।मैं बहुत खुश थी। मैं सात साल से तेलुगु इंडस्ट्री में काम कर रही हूं। कई गानों पर परफॉर्म कर चुकी हूं। पहली बार जूनियर एनटीआर की फिल्म ‘टेम्पर’ में सॉन्ग पर परफॉर्म किया था। वरुण तेज की भी फिल्म में सॉन्ग कर चुकी हूं। तभी मैंने वरुण से कहा था कि सिर्फ इसलिए गाना कर रही हूं, क्योंकि मुझे एक्टिंग करनी है। आज देखिए उनकी फिल्म में काम करने का मौका मिला।मैंने कोई तैयारी नहीं की थी। मुझे लगा था कि मुंबई पहुंचते ही स्टार बन जाऊंगी। मैंने कपड़े पैक किए और मुंबई आ गई। यहां आने के बाद पता चला कि बहुत कुछ सीखनी है। मुझे हिंदी भाषा नहीं आती थी। हिंदी मेरे लिए विदेशी भाषा थी। सबसे पहले हिंदी सीखी और खुद को परफॉर्मर के तौर पर तैयार किया।दिलबर’ के अलावा भी मैंने बहुत सारे गाने फ्री में किए हैं। उस समय पैसे कमाना मेरा उद्देश्य नहीं था। पैसे कमाने के लिए फिल्म इंडस्ट्री में नहीं आई थी। पैसे कमाने के लिए तो और भी बहुत सारे काम हैं। मुझे इंडस्ट्री में खुद को प्रूव करना था। इसलिए पैसे की डिमांड नहीं की। इंडस्ट्री में लोगों के पास बहुत सारे ऑप्शन हैं। मैं नहीं तो कोई और करेगा। मेरे लिए सबसे बड़ी बात थी, मौका मिलना। फिल्म इंडस्ट्री में खुद को प्रूव करने के लिए समझौते करने पड़ते हैं। इसमें कुछ गलत भी नहीं मानती हूं।