शहर नगर परिषद की सीमावृद्धि तय
भंडारा नगर निगम से सटे लगभग 7 गांवों को भंडारा शहर की सीमा में शामिल करने का प्रस्ताव पिछले दो वर्ष पूर्व तैयार किया गया था. इसका विरोध संबंधित ग्राम पंचायतों ने बड़े ही पुरजोर तरीके से किया, हाल ही में पुनः एक बार सरकार ने इस प्रस्ताव को उन ग्राम पंचायतों को भेजा लेकिन इसमें से 2 ग्राम पंचायतों ने भंडारा नगर निगम के तहत अपनी ग्राम पंचायतों को शामिल करने की तैयारी दिखाई, जबकि 5 ग्राम पंचायतों ने विरोध में अपने स्वर मुखर किए, इसके बाद भी अब लगता है कि महाराष्ट्र सरकार ने लगभग इस बात की तैयारी कर ली है कि सभी सातों ग्राम पंचायतों को भंडारा नगर निगम में शामिल कर लिया जाएगा 11 अक्टूबर को जारी किया गया शासनादेश इस बात का स्पष्ट संकेत देता है. लगभग दो माह के पूर्व सरकार को भेजे गए प्रस्ताव गणेशपुर (शेष), केन्सलपाडा (शेष), भोजपुर, बेला और मुजबी की ग्राम पंचायतों ने भंडारा नगर परिषद की सीमा में शामिल होने से इनकार कर दिया था. जबकि खोकरा और जमनी (दशाभा) ग्राम पंचायतों ने भंडारा नगर निगम का हिस्सा बनने की तैयारी दिखाई थी. अब 11 अक्टवर के सरकारी आदेश में नगर विकास विभाग, मंत्रालय मुंबई ने स्पष्ट कर दिया है कि भंडारा नगर निगम की सीमा में फेरफार करना उचित जान पड़ता है. नगर विकास विभाग ने महाराष्ट्र नगर परिषद, नगर पंचायती व औद्योगिक नगरी अधिनियम 1965 1965 के महा 40) को भाग 6 उपधारा धारा (2.), 3 को उपधारा (3) के प्रावधानों का हवाला दिया है. बता देना आवश्यक है कि गणेशपर, केसलकदा का कछ भाग पहले से भंडारा शहर में शामिल है और शेष भागों को पुनः भंडारा नगर परिषद क्षेत्र में शामिल करने के प्रयास किए जा रहे है.