फ़िल्मी दुनिया

कन्नड़ एक्ट्रेस मारिया, जिसने दोस्त के 300 टुकड़े किए

अनसुनी दास्तानें में हम कहानी बताने जा रहे हैं 2008 के उस हत्याकांड की कहानी, जिससे पूरा मुंबई सिहर उठा। इस कहानी के 3 मुख्य किरदार हैं। पहला किरदार- नीरज ग्रोवर, जो बालाजी प्रोडक्शन हाउस में कास्टिंग का काम किया करता था।लाश के सामने बॉयफ्रेंड से संबंध बनाए फिर शॉपिंग की, एक कॉल से खुली मर्डर मिस्ट्रीआज अनसुनी दास्तानें में हम कहानी बताने जा रहे हैं 2008 के उस हत्याकांड की, जिससे पूरा मुंबई सिहर उठा। इस कहानी के 3 मुख्य किरदार हैं।मारिया मोनिका सुसाइराज, कन्नड़ एक्ट्रेस जो हिंदी फिल्मों में किस्मत आजमाने मुंबई पहुंची थीं।मई 2008 की बात है….

मामले में पहली गिरफ्तारी हुई एक्ट्रेस मारिया सुसाइराज की, फिर जो खुलासे हुए, उसे सुनकर हर कोई सिहर उठा। नीरज की हत्या हुई थी, उनकी लाश के सामने हत्यारों ने शारीरिक संबंध बनाए और फिर चंद घंटों बाद उनकी लाश के 300 टुकड़े कर दिए। बैंग्लोर में लगातार प्रोड्यूसर्स के दफ्तरों के चक्कर काटते हुए उन्हें कन्नड़ सिनेमा में जगह मिल गई। कुछ छोटे-मोटे रोल के बाद मारिया को साल 2002 में कन्नड़ सिनेमा में बड़ा ब्रेक मिला। उन्हें बतौर लीड फिल्म जूट में काम मिला। फिल्म के लिए उन्हें सराहना तो मिली, लेकिन फिल्म फ्लॉप रही।इस एक काम के बाद उन्हें चंद और फिल्मों में छोटी-मोटी भूमिकाएं मिलने लगीं। लेकिन मारिया रीजनल सिनेमा में नहीं बल्कि पूरे भारत में पहचान बनाना चाहती थीं। 

दोनों की दोस्ती के कई महीने हो चुके थे, लेकिन नीरज की तरफ से मारिया को कोई काम नहीं मिल रहा था। नीरज ने अपने दोस्तों को बताया था कि कन्नड़ एक्सेंट के कारण मारिया के ऑडिशन रिजेक्ट हो जाते थे, लेकिन मारिया को ठेस न पहुंचे, इसलिए वो अक्सर उनके सामने काम न मिलने के नए-नए बहाने बना दिया करते थे। अगली सुबह नीरज के दोस्त ने उनके नंबर पर कॉल किया, तो कॉल मारिया ने रिसीव किया। मारिया ने उनके दोस्त लाल को बताया कि नीरज रात 1:30 बजे घर से निकल चुके थे और हड़बड़ी में फोन उनके फ्लैट में छोड़ गए हैं। कुछ घंटे और बीते, लेकिन नीरज न फ्लैट पर आए और न फोन लेने पहुंचे। नीरज से बात न होने पर उनके परिवार और काम से जुड़े लोग उनके दोस्त लाल को कॉल कर रहे थे, लेकिन उन्हें कोई जानकारी नहीं थी।

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