वैनगंगा खतरे के निशान से पार
भंडारा, वैनगंगा नदी अब उफान पर है. 23 जुलाई से वैनगंगा नदी के प्रवाह में वृद्धि हुई है. 24 जुलाई को तड़के 2.35 बजे वैनगंगा ने खतरे के निशान को पार कर दिया. कारधा में वैनगंगा के खतरे का निशान 245.50 मीटर पर स्थित है. सुबह 11 बजे कारधा में सरीता मापन केंद्र में नदी में पानी का स्तर 246.17 मीटर नापा गया. दोपहर 1.30 बजे वैनगंगा नदी 246.34 मीटर पर बह रही थी. वैनगंगा के उफनने के कारण जिले के भंडारा, पवनी, तुमसर, मोहाड़ी और लाखांदुर तहसील में वैनगंगा, सूर, बावनथडी और चुलबंद नदी के किनारे स्थित गांवों को बाढ़ का खतरा निर्माण हो गया है. प्रशासन की ओर से सर्तकता बरतने की सूचना आम नागरिकों के लिए जारी कर दी गई है. बाढ़ की संभावित स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन ने नागरिकों को सुरक्षित स्थान पर जाने की गुहार लगाई है. इतना ही नहीं तो राज्य आपदा बचाव दल (एसडीआरएफ) की टुकडी को लाखांदुर, पवनी और भंडारा में तैनात कर दिया गया है. जिला खोज और बचाव दल तथा होमगार्ड को जिले के हर तहसील में तैनात किया गया है. जिले के तमाम आला अधिकारी स्थिति पर नजर बनाए हुए है. बता देना आवश्यक है कि भंडारा कारधा के बीच छोटे पुल के उपर से पानी बह रहा है. 24 घंटे से भी अधिक समय से यह स्थिति बनी हुई है. बीती रात जिलाधिकारी ने इस स्थान का दौरा किया और स्थिति का जायजा लिया. खास बात यह है कि पिछले कुछ दिन पूर्व ही प्रशासन ने इस पुल पर पुलिस की गस्त लगा दी और यातायात बंद कर दिया है. बहरहाल वैनगंगा के उफनने के कारण कारधा के 3 और गणेशपुर के 11 परिवारों को पिछले 24 घंटे में सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है. प्रशासन की ओर से बताया गया है कि इन सभी लोगों के घरों में वैनगंगा का पानी घुसने की वजह से यह नौबत आई है. दूसरी ओर पवनी तहसील के पवना खुर्द के एक मकान में अतिवष्टि का पानी घुसने से उस परिवार को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है. 47 मकान क्षतिग्रस्त जिले के कुछ भागों में हाल ही में जबरदस्त अतिवृष्टि हुई. वहां खेती और मकानों का नुकसान हो गया है. लेकिन अब अन्य स्थानों से भी मकानों की क्षति होने की खबरें सामने आ रही है. आपदा प्रबंधन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार भंडारा तहसील में 32, पवनी तहसील में 12 और मोहाड़ी तहसील में 3 घरों के नुकसान होने की पुष्टि की गई है.