- भंडारा में CM के कार्यक्रम में टली अनहोनी, नाव में एक ओर जमा हो गए सब
भंडारा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के भंडारा दौरे के दौरान जल पर्यटन के समय मीडिया प्रतिनिधियों को ले जा रही एक नांव डूबने से बच्ची. घटनास्थल पर कुछ देर के लिए दहशत का माहौल बन गया था. सौभाग्य से इस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने वैनगंगा नदी पर विश्व स्तरीय जल पर्यटन परियोजना के पहले चरण की आधारशिला रखी. उसी वक्त ये हादसा हुआ. भंडारा जिले के दौरे के दौरान एक नाव में करीब मीडिया प्रतिनिधि कवरेज के लिए मौजूद थे. ये सभी मीडिया प्रतिनिधि नागपुर और मुंबई के बताए जा रहे हैं. एक नाव पर मुख्यमंत्री और दूसरी नाव पर मीडिया प्रतिनिधि सवार थे.
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने बोट खुद चलाने की इच्छा जाहीर की और जैसे ही कील अपने हाथ में लिया, दूसरी बोट में बैठे सभी मीडिया कर्मी फोटो और वीडियो लेने के लिए नाव में एक ओर इकट्ठा हो गए. जिससे नाव के एक ओर दबाव बढ़ गया और वह हिस्सा पानी में डूब गया. उसी समय कोने की सुरक्षा रेलिंग की कील उखड़ जाने से बोट पर रखा एक बड़ा सोफा पत्रकारों को लेकर नदी में गिर गया और अफरा तफरी मच गई. सौभाग्य से कोई जनहानि नहीं हुई
547 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का सीएम शिंदे ने भंडारा में भूमि ए पूजन किया
राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सोमवार 24 जून को भंडारा में 547 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का भूमि पूजन किया. कार्यक्रम के उद्घाटन के मौके पर गोसेखुर्द परियोजना पीड़ितों ने कार्यक्रम स्थल पर आकर विरोध प्रदर्शन किया. उन्होंने मुख्यमंत्री मुर्दाबाद की घोषणा की. सीएम को इस दौरान गोसीखुर्द परियोजना पीड़ितों की नाराजगी का सामना करना पड़ा. उन्होंने मुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी कर सरकार के प्रति अपनी नाराजगी जाहिर की बंदोबस्त में तैनात पुलिसकर्मियों ने परियोजना पीड़ितों को कार्यक्रम स्थल से बाहर निकाला, वहीं, मुख्यमंत्री के आगमन पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हाईवे पर मुख्यमंत्री की गाड़ी के सामने काले झंडे दिखाकर विरोध जताया. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के देर से आने पर एकत्रित नागरिकों ने नाराजगी व्यक्त की. हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में भंडारा-गोंदिया लोकसभा क्षेत्र में महायुति उम्मीदवार को हार का सामना करना पड़ा. उसके बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का यह पहला दौरा था