पंचायत के ‘प्रहलाद चा’ कभी स्टेशन पर सोते थे
‘पंचायत’ के प्रहलाद चा यानी फैसल मलिक। यह नाम पिछले कुछ दिनों से काफी चर्चा में है। हो भी क्यों न, ‘पंचायत’ के तीसरे सीजन में अपनी संजीदा अदाकारी से इन्होंने सबका दिल जीत लिया है।
उनकी संघर्ष की कहानी जानने के लिए हम मुंबई के अंधेरी वेस्ट के यारी रोड स्थित उनके घर पहुंचे। हमने रिंग बजाई तो दरवाजा भी उन्होंने ही खोला। हाय-हैलो हुआ, उन्होंने कहा कि पहले नाश्ता करिए फिर इंटरव्यू करेंगे। नाश्ते के बाद हमने इंटरव्यू शुरू कर दिया।
फैसल ने कहा कि मुंबई आने के बाद उन्हें रहने-खाने की सबसे ज्यादा दिक्कत हुई थी। खाने को पैसे नहीं होते थे। किसी तरह एक टाइम के खाने का जुगाड़ हो जाता था। खाने में खूब मिर्ची भर देते थे और कई गिलास पानी पी लेते थे, जिससे कि कम खाने में ही पेट भर जाए।
फैसल ने बताया कि फिल्मों में आने से पहले वे एक टीवी चैनल में बतौर वीडियो एडिटर कार्यरत थे। उनसे 20-20 घंटे काम कराया जाता था। एक बार पैर टूटने के बावजूद वे काम करते रहे थे। ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ जैसी फिल्म में चंद मिनट का रोल करने वाले फैसल मलिक आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। हालांकि सफलता की सीढ़ी इन्होंने आसानी से नहीं चढ़ी है। इसके लिए इन्हें काफी स्ट्रगल भी करना पड़ा है।